मामला चंपावत के लोहाघाट क्षेत्र से सामने आया है. जहां ग्रामीण गर्भवती को प्रसव के लिए 8 किलोमीटर दूर कुर्सी (डोली) में बैठाकर सड़क तक ले गए. इसके बाद एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही महिला ने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दे दिया.
दरअसल, पूरा मामला लोहाघाट के बाराकोट ब्लॉक के दूरस्थ सील गांव का है. जहां सील गांव के गोविंद सिंह की पत्नी कमला देवी को प्रसव पीड़ा हुई. जिसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों को इकट्ठा किया और कमला देवी को अस्पताल पहुंचाने का फैसला लिया. ऐसे में कमला देवी को डोली पर बैठाकर ग्रामीण अस्पताल की तरफ निकल गए. 8 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई और खतरनाक रास्तों से होकर महिला को सड़क मार्ग तक पहुंचाया. जहां से उसे एंबुलेंस में बिठाया गया.