DevBhoomi Insider Desk • Sat, 12 Mar 2022 8:00 am IST
Harak Singh Rawat: हाशिये पर पूर्व मंत्री डा हरक सिंह रावत, भविष्य पर संशय
देहरादून: विधानसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस में वापसी करने में सफल रहे पूर्व मंत्री डा हरक सिंह रावत अपनी साख नहीं बचा पाए। यद्यपि, वे चुनाव तो नहीं लड़े, लेकिन लैंसडौन सीट पर अपनी पुत्रवधू अनुकृति को टिकट दिलाने में कामयाब रहे थे। अब अनुकृति की हार के बाद हरक कांग्रेस में हाशिये पर जा सकते हैं। साथ ही उनका लोकसभा चुनाव का दावा भी कमजोर पड़ा है। इसे देखते हुए अब सबकी नजर हरक के अगले कदम पर टिक गई है। वर्ष 2016 के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद हरक सिंह रावत भी कांग्रेस के उन नौ विधायकों में शामिल थे, जो पाला बदल कर भाजपा में शामिल हो गए थे। तब दिए गए सहयोग के लिए वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनने पर पार्टी ने उन्हें मंत्री बनाया। इसके बाद वह अपने बड़बोलेपन के कारण अक्सर सुर्खियों में रहे। पिछले वर्ष सरकार में हुए नेतृत्व परिवर्तन के दौरान वह रूठ गए थे, लेकिन फिर राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें मना लिया था। इसके बावजूद भाजपा में दबाव की राजनीति को लेकर वह निरंतर चर्चा के केंद्र में रहे।