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• Sat, 22 May 2021 2:58 pm IST


संकटग्रस्त तेंदुए से लेकर पेंगोलिन तक शिकारियों के निशाने पर


नैनीताल-सरकारों की तमाम कवायदों के बाद भी संकटग्रस्त वन्यजीवों की श्रेणी में आने वाले वन्यजीव तेंदुए से लेकर पेंगोलिन तक सुरक्षित नहीं हैं। इनका शिकार और अंगों की तस्करी के मामले गाहे-बगाहे सामने आते रहे हैं। बेहद मुश्किल से दिखाई देने वाले पेंगोलिन की तस्करी से जुड़े कई मामले सामने आ चुके हैं। इस साल बाघ की एक खाल भी चंपावत के चल्थी में बरामद हो चुकी है। वन्यजीवों विशेषज्ञों के अनुसार वन्यजीवों के वास स्थल प्रभावित हुए हैं, इससे भी समस्या बढ़ी है। हर साल मई के तीसरे शुक्रवार को लुप्तप्राय: प्रजाति दिवस (एंडेजर्ड स्पेसीज डे) मनाया जाता है, इसके बावजूद संकटग्रस्त जीवों का संकट कम होता नजर नहीं आता।