उत्तराखंड में लंपी स्किन डिजीज संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. मौजूदा स्थिति ये है कि लंपी स्किन डिजीज के सक्रिय मवेशियों की संख्या 2,928 पहुंच गई है. बीते दिन (22 मई) 511 मवेशियों में लंपी स्किन डिजीज की पुष्टि हुई. जबकि 16 मवेशियों की मौत हुई. प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे लंपी स्किन डिजीज के मामलों ने सरकार की चिंताओं को बढ़ा दिया है. इस कारण सरकार ने वैक्सीनेशन पर जोर देना शुरू कर दिया है. देश के 8 राज्यों में लम्पी स्किन डिजीज संक्रमण के मामले पाए गए हैंताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले करीब एक महीने के भीतर प्रदेश में हजारों मामले सामने आ चुके हैं. मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है. बावजूद इसके लंपी वायरस का अभी तक ना उपचार है और ना ही कोई विशेष टीका. मौजूदा समय में जो मवेशियों को वैक्सीन लगाया जा रहा है वो 'गोट पॉक्स वैक्सीन' है. हालांकि, यह वैक्सीन लंपी वायरस के खिलाफ 60 से 70 फीसदी तक असरदार है.