मासिक वेतन, पेंशन, सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं की अनिश्चितकालीन हड़ताल 17वें दिन भी जारी रही। आशा वर्कर्स ने सीएम की एक हजार रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा पर कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए इसे आशाओं के साथ भद्दा मजाक हुआ है।आशाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।कहा कि उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा आशा वर्कर्स को एक हजार की सम्मान राशि देने की बात कहकर उनका मजाक उड़ाने का काम किया जा रहा है। आशाओं ने कहा कि उन्हें हर बार झूठे आश्वासन दिए जाते हैं, लेकिन इस बार वह अब किसी भी छलावे में नहीं आने वाली हैं। उन्होंने सरकार से सम्मान राशि का झुनझुना देने के बजाए मासिक वेतन पर निर्णय लेने की मांग की।