पौड़ी-गढ़वाल विवि के चौरास परिसर में ‘शैक्षणिक तकनीकी और अनुसंधान पद्धति ’ विषय की चुनौतियों पर वक्ताओं ने अपने विचार और सुझाव रखे। इस दौरान कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि भाषा समेकीकरण का एक बड़ा माध्यम है। जर्मनी, जापान, चीन, कोरिया और इजराइल आदि जैसे देश मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करते हैं। जबकि भारतवर्ष एक बहुभाषीय देश है। इस दृष्टि से देश में मातृभाषा में शिक्षा एक चुनौती है। इस मौके पर कुलपति ने बताया कि मल्टीडिसिप्लीनेरी रिसर्च यूनिवर्सिटी (मेरू) नवाचार युक्त शोध के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने जा रही है।