उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से 228 सड़कें बंद हो गई हैं। इसमे दो राष्ट्रीय राजमार्ग और 20 राज्यमार्ग शामिल हैं। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिंडर नदी में जलस्तर बढ़ने से थराली बाजार में कई मकानों में पानी घुस गया। हरिद्वार में चंडी देवी मंदिर के पास भूस्खलन से पांच दुकानों को खतरा पैदा हो गया। गौरी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने पर यूएसनगर और पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। लोनिवि के अनुसार मंगलवार तक राज्य में 150 सड़कें बंद थीं, लेकिन बुधवार को 150 अन्य सड़कें बंद हो गईं। जिससे बंद सड़कों का आंकड़ा 300 हो गया। हालांकि देर शाम तक 72 सड़कों को खोल दिया गया जिसके बाद अब बंद सड़कों की संख्या 228 रह गई है।पहाड़ियों से आए बोल्डरों और मलबे से बदरीनाथ हाईवे नौ स्थानों पर बाधित रहा। मार्ग पर सैकड़ों लोग फंसे रहे। बदरीनाथ हाईवे देवप्रयाग के निकट भारी मलबा आने से नौ घंटे से अधिक बाधित रहा। जिसके चलते यहां वाहनों की लंबी कतार लग गयी। दोपहर बाद सवा तीन बजे हाईवे खोला जा सका। उधर, ऋषिकेश-चंबा हाईवे पर बगड़धार के पास बीती सोमवार रात को भारी चट्टानी मलबा आने से हाईवे बाधित हो गया था।देहरादून से लेकर गढ़वाल में लगातार हो रही बारिश से जगह-जगह नुकसान हो रहा है। भूस्खलन और नदी-नालियों के उफान पर आने से लोग दहशत में हैं। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार को पहाड़ी से मलबा आने से दो घंटे तक बाधित रहा। हरिद्वार में चंडी देवी मंदिर के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है। यहां पर पांच दुकानों के नीचे की जमीन खिसक गई है। मौसम विभाग ने आज उत्तराखंड के आठ जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।