1-एक मुखी रुद्राक्ष
एकमुखी रुद्राक्ष को साक्षात भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है। इस रुद्राक्ष में केवल एक धारी होती है।हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति या जिनकी कुंडली में सूर्य संबंधी दोष हो उन्हें एकमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
2-दो मुखी रुद्राक्ष
दोमुखी रुद्राक्ष को अर्धनारीश्वर स्वरूप माना जाता है। इस पर दो धारियां होती हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए दोमुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
3-तीन मुखी रुद्राक्ष
तीन मुखी रुद्राक्ष को अग्नि सवरूप माना जाता है। इस रुदाक्ष को धारण करने से कुंड़ली में व्याप्त मंगल दोष समाप्त हो जाता है। मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को इस धारण करना उत्तम फलदायक है।
4-चार मुखी रुद्राक्ष
इस रुद्राक्ष को चतुर्मुखी ब्रह्मा का रूप माना जाता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से त्वचा के रोगों, एकाग्रता और रचनात्मकता में इसका विशेष लाभ होता।
5- पंच मुखी रुद्राक्ष
पंच मुखी रुद्राक्ष को कालाग्नि भी कहा जाता है। इस रुद्राक्ष का संबंध बृहस्पति ग्रह से है, इसे धारण करने से शक्ति और ज्ञान की प्राप्ति होती है।