रुद्रप्रयाग: ब्लॉक मुख्यालय अगस्त्यमुनि के ग्राम पंचायत फलई का चमराड़ा गांव पलायन से खाली होने लगा है। गांव के लिए स्वीकृत सड़क फाइलों में कैद होकर रह गई है। वहीं, पैदल मार्ग भी हादसों को न्योता दे रहा है। साथ ही यह गांव आपदा से भी प्रभावित हो चुका है। विकास के अभाव से दो दशक में यहां के 40 परिवारों में 34 पलायन कर चुके हैं। अब, सिर्फ 6 परिवार रह गए हैं। भगवती प्रसाद थपलियाल, प्रकाश थपलियाल, देवी प्रसाद थपलियाल ने बताया कि चमराड़ा गांव को सड़क से जोड़ने के लिए विधायक सहित अन्य कई जनप्रतिनिधियों को पत्र भेजा गया। प्रधान विजयपाल सिंह राणा ने बताया कि तिमली सड़क से मरघट-चमराड़ा के लिए स्वीकृत सड़क की सर्वे भी हो चुकी है, लेकिन लोनिवि द्वारा निर्माण नहीं किया गया है। साथ ही जून 2013 की आपदा से प्रभावित चमराड़ा गांव के कई परिवारों को मुआवजा भी नहीं मिल पाया है।