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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 24 Nov 2022 3:21 pm IST


IPS Success story: IPS बनने के लिए छह साल में छोड़ी 12 सरकारी नौकरियां


देश में ज्यादातर युवा सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं और वे इसके लिए सालों तक मेहनत भी करते हैं। देश भर से लाखों लोग हर साल प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में बैठते हैं। हालांकि सफलता का स्वाद कम ही युवाओं को चखने को मिलता है। वहीं कुछ युवा ऐसे भी होते हैं जो अपनी क्षमता से अच्छी तरह से वाकिफ होते हैं और जो चाहते हैं उसे पाकर ही दम लेते हैं। ऐसी ही कहानी है राजस्थान के रहने वाले प्रेम सुख डेलू की।  प्रेम ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए छह साल में 12 सरकारी नौकरियां छोड़ी और सफलता के झंडे गाड़ दिए।
राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले प्रेम सुख डेलू का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था, लेकिन कड़ी मेहनत से सबसे पहले उन्होंने पटवारी की नौकरी हासिल की। हालांकि, वह यहीं नहीं रुके और लगातार यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करते रहे और एक दिन ऐसा आया जब उन्होंने अपने लक्ष्य को पा लिया और आईपीएस अधिकारी बन गए।
किसान परिवार में जन्मे प्रेम सुख डेलू के घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी।उनके पिता ऊंटगाड़ी चलाते थे और लोगों का सामान एक-जगह से दूसरी जगह पर पहुंचाते थे। प्रेम बचपन से ही अपने परिवार को गरीबी से उबारना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने अपना पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पर लगाया। प्रेम सुख डेलू ने 10वीं तक की पढ़ाई अपने ही गांव के सरकारी स्कूल से की। इसके बाद आगे की पढ़ाई  के लिए उन्होंने बीकानेर के सरकारी डूंगर कॉलेज को चुना। यहां से उन्होंने इतिहास में एमए किया और गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद उन्होंने इतिहास में यूजीसी-नेट और जेआरएफ की परीक्षा पास की।
प्रेम सुख डेलू के बड़े भाई राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल हैं और उन्होंने ही प्रेम को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए प्रेरित किया। साल 2010 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पटवारी भर्ती के लिए आवेदन किया और सफलता प्राप्त की। हालांकि, उसके बाद उन्हें समझ आया कि उनकी क्षमता काफी ज्यादा है और उन्होंने  पटवारी की नौकरी करते हुए मास्टर डिग्री भी प्राप्त की और नेट पास किया।