नैनीताल- रामनगर- उद्यान विभाग परिसर में एक पुरानी कब्र हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचती है। मगर वर्षों से चिरनिद्रा में लीन उस शख्स के बारे में जानने की कम ही लोग कोशिश करते हैं। उम्दा ढंग से बनी इस कब्र के पास जाकर पता चलता है कि यह कब्र एक अंग्रेज अफसर की है, जिनकी मृत्यु सीताबनी क्षेत्र में 1915 में हुई थी। हालांकि आज तक इनके वंशजों की जानकारी किसी को नहीं है। उद्यान विभाग परिसर में एक पुरानी कब्र हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचती है। मगर वर्षों से चिरनिद्रा में लीन उस शख्स के बारे में जानने की कम ही लोग कोशिश करते हैं। उम्दा ढंग से बनी इस कब्र के पास जाकर पता चलता है कि यह कब्र एक अंग्रेज अफसर की है, जिनकी मृत्यु सीताबनी क्षेत्र में 1915 में हुई थी। हालांकि आज तक इनके वंशजों की जानकारी किसी को नहीं है।