राजधानी देहरादून के गांव गल्जवाड़ी की स्थानीय महिलाओं ने ग्राम प्रधान लीला शर्मा के नेतृत्व में विधानसभा कूच किया. हालांकि, पुलिस ने हरिद्वार रोड स्थित रिस्पना पुल से पहले प्रदर्शनकारी महिलाओं को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. रोके जाने से नाराज प्रदर्शनकारी महिलाएं सड़क पर ही धरने पर बैठ गई और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगी.
इस दौरान अपनी मांगों को लेकर ग्राम प्रधान लीला शर्मा की ओर से जिला प्रशासन के माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी को एक ज्ञापन सौंपा गया. ग्राम प्रधान लीला शर्मा ने बताया कि एक गांव में 60 से 70 सालों से बसे गांव वासियों की जमीन आबादी भूमि घोषित किए जाने के संबंध में वे बीते 16 सालों से संघर्षरत हैं. गांव के करीब 350 परिवार भूमि के मालिकाना हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. इसके संबंध में गांववासियों ने कई बार डीएम और सीएम के समक्ष उपस्थित होकर अपनी समस्या बताई. लेकिन हर बार उन्हें भूमि को आबादी में घोषित कराए जाने का सिर्फ आश्वासन ही मिला है.