हरिद्वार। सिडकुल, रोशनाबाद स्थित गिन्नी फिलामेंट कंपनी के सहायक प्रबंधक वीके त्रिपाठी ने कहा कि पूरी दुनिया में प्लास्टिक का इस्तेमाल पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। वर्ण एवं आम जन की सुरक्षा के लिए प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद होना चाहिए एवं सरकार को भी प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह से बैन कर अन्य विकल्पों पर गौर करना चाहिए। गौरतलब है कि विश्व पर्यावरण दिवस पर गिन्नी फिलामेंट्स लिमिटेड के कर्मचारियों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (उत्तराखंड शासन) के थीम क्लीन आवर मूवमेंट एवं बीट द प्लास्टिक पॉल्यूशन के अंतर्गत सिडकुल की कंपनियों के साथ गिन्नी फिलामेंट के आसपास जमा व बिखरे हुए प्लास्टिक, पन्नी , बोतल ,गुटका की पन्नी, प्लास्टिक के गिलास इत्यादि चीजें इकट्ठा किया।गिन्नी के कर्मचारियों ने मिलकर स्वच्छता मिशन को सफल बनाने में सहयोग दिया। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए वीके त्रिपाठी ने कहा कि चिंता की बात यह है कि प्रतिदिन निकलने वाले प्लास्टिक कचरे का लगभग आधा हिस्सा नालियों में चला जाता है। जिससे नालियों में कूड़ा करकट का अंबार लगा रहता है। वहीं गैर शोधित रूप में किसी भू-भाग पर पड़ा रह कर धरती और वायु को प्रदूषित करता है। प्लास्टिक प्रदूषण से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसमें मौजूद रसायन मानव एवं अन्य जानवरों के लिए अत्यंत विशाल एवं हानिकारक होते हैं। इसलिए इनके प्रयोग से नहीं लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रातः 9 बजे से ही सभी कर्मचारियों ने एकजुट होकर स्वच्छता मिशन को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि इस मुहिम में लगभग 20 से 25 किलो प्लास्टिक वेस्ट इकट्ठा करके प्लास्टिक रूपी राक्षस को भगाने में सहयोग किया!