मुंबई: महाराष्ट्र के बुलढाणा में शुक्रवार देर रात एक
बड़ा बस हादसा हो गया। नागपुर से पुणे जा रही बस खंभे से टकराकर डिवाइडर पर चढ़ गई
और फिर पलट गई। इसके बाद बस में आग लग गई, जिससे 34 यात्रियों में से 25 की जलने से मौके पर मौत हो
गई। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं।
हालांकि, आठ लोगों ने बस की
खिड़की का शीशा तोड़कर अपनी जान बचाई। हादसा रात लगभग 1.30 बजे बुलढाणा जिले के
सिंदखेड़ाराजा के पास पिंपलखुटा गांव के पास समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेसवे पर हुआ। बुलढाणा पुलिस अधीक्षक
सुनील कड़ासेन ने बताया कि हादसे में बस का ड्राइवर बच गया है। उसने बताया कि टायर
फटने के बाद हादसा हुआ। बस के डीजल टैंक ने आग पकड़ ली, जिससे वह फैल गई।
बस में लगभग 33 यात्री सफर कर रहे थे, जिनमें से अधिकतर
की मौत जलने से हुई।
बस के नीचे दब गया था दरवाजा
प्रत्यक्षदर्क्षियों के अनुसार, ड्राइवर ने बस पर संतुलन खो दिया था। बस पहले एक लोहे के
खंभे से टकराई और इसके बाद रोड के बीच बने कन्क्रीट के डिवाइडर से टकराकर पलट गई।
बस बाईं ओर पलटी, जिससे बस का
दरवाजा नीचे आ गया। ऐसे में लोगों के पास बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था।
पुलिस ने बस से शवों को निकाल लिया है। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि पलटने से बस
का डीजल टैंक फट गया। इससे डीजल सड़क पर फैल गया। इससे आग लग गई। देखते ही देखते आग
ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।
बुलढाणा के जिला कलेक्टर डॉ. एचपी तुम्मोड बस दुर्घटना में
घायल लोगों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि हादसे में 25 लोगों
की मौत हुई है। शवों की पहचान की जा रही है। DNA से पहचान के बाद
हम शव परिजनों को सौंप देंगे।
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
ने हादसे पर दु:ख जताया। पीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को
50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने
घटना पर दु:ख जताया। सीएम आवास की ओर से
जारी बयान में बताया गया कि बुलढाणा में हुई बस दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को
पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को राज्य सरकार की ओर से मुफ्त इलाज कराया
जाएगा। शिंदे ने घटना के जांच के भी आदेश दिए हैं। इसके अलावा डिप्टी
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार घायलों के इलाज का खर्च उठाएगी। हम
जिले के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के भी संपर्क में हैं और हर तरह की मदद तुरंत
मुहैया कराई जा रही है।