तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बने रहना है तो उन्हें सितंबर से पहले चुनाव लड़ना होगा। विधानसभा चुनाव में भी अब बस कुछ ही महीने रह गए हैं। सीएम किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे ये अभी तय नहीं है, वहीं जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, विपक्षी दल प्रदेश में संवैधानिक संकट होने की बात कहकर बीजेपी सररकार को घेरने लगे हैं। सीएम तीरथ सिंह रावत कब उपचुनाव लड़ेंगे और किस सीट से दावेदारी करेंगे, इस पर संशय बना हुआ है। अब इन तमाम सवालों के जवाब में सीएम तीरथ सिंह रावत ने दो टूक कहा कि वो वह उपचुनाव हर हाल में लड़ेंगे और जरूर लड़ेंगे। प्रदेश के कई विधायक उपचुनाव के लिए सीट खाली करने को तैयार हैं। यह संवैधानिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। इसके लिए पार्टी ने पूरी तैयारी कर ली है।