बागेश्वर। झूला पुल पर आवाजाही रोकने के लिए गुरुवार को नगर पालिका ने दोनों तरफ से बैरियर लगा दिए हैं। पुलिस भी पुल से आवाजाही करने वालों पर नजर रख रही है।सरयू नदी पर ब्रिटिश शासन काल में वर्ष 1913 में बने झूला पुल के गार्डर और दीवार पर बड़ी दरार दिखाई देने लगी है। इसके बाद जिलाधिकारी ने त्वरित आदेश दिया और पुल को आवाजाही के लिए बंद कर दिया। इसके बावजूद गुरुवार सुबह लोगों ने 11 बजे तक पुल पर आवाजाही की। इसके बाद पुल को बंद करने के लिए नगर पालिका ने इसके दोनों तरफ बैरियर लगा दिए हैं। पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने कहा कि यह पुल कत्यूर बाजार से दुग बाजार को जोड़ता है। झूलापुल की दीवार पर पड़ी दरार लगातार चौड़ी होती जा रही है। उत्तरायणी मेले के दौरान पुल पर रंगरोगन किया गया था। पुल को तब जिलाधिकारी के निर्देश पर बंद किया गया है। उन्होंने बताया कि पुल की मरम्मत कराने के लिए पत्राचार किया जाएगा।