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• Sat, 23 Sep 2023 9:00 am IST


गंगा में डाॅलफिन के जीवन पर संकट; कहीं जाल तो कहीं तैरने में हो रही समस्या- लगातार हो रही मौत


भारतीय वन्यजीव संस्थान की वैज्ञानिक डा. विष्णुप्रिया ने कहा कि गंगा में गहराई कम होने के कारण डालफिन को तैरने में अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शोध के अनुसार मछुआरों के प्लास्टिक से बने जाल भी उनके जीवन पर संकट का कारण बन रहे हैं।चंद्रबनी स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान में आयोजित दो दिवसीय वार्षिक शोध गोष्ठी में उन्होंने डालफिन पर किए गए शोधों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पहले मछुआरे हाथ से बुने हुए जाल का प्रयोग किया करते थे। लेकिन अब बाजारों में प्लास्टिक के रेडीमेड जाल आ रहे हैं। मछुआरे इनका प्रयोग करने लग गए हैं।इन रेडीमेड प्लास्टिक जालों के धागे बहुत पतले होते हैं। जब डालफिन साउंड आगे भेजती है अगर वह वापस आता है तभी उसको पता चलता है कि कुछ है। चूंकि जाल का धागा पतला है तो साउंड वापस नहीं आता है। इसकी वजह से डालफिन जाल में फंस जाती है। तो वह सांस लेने के लिए ऊपर नहीं आ पाती है। इसकी वजह से 60 से 70 प्रतिशत तक डालफिन की मृत्यु हो रही है।