टिहरी: श्रीदेव सुमन विवि में बैक डोर से नियुक्तियां होने की शिकायत पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने उच्च शिक्षा सचिव को जांच करने के निर्देश दिए हैं. विवि प्रशासन की ओर से आठ पदों के लिए श्रम विभाग की प्रचलित दरों पर नियुक्ति करने के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है. सात जून को उक्त पदों के लिए साक्षात्कार होना है.सामाजिक कार्यकर्ता पुष्कर देव की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत को एक शिकायती पत्र सौंपा गया. पत्र में उन्होंने कहा है कि श्रीदेव सुमन विवि में नियम विरुद्ध बैक डोर से नियुक्तियां की जा रही हैं. पुष्कर ने आरोप लगाया कि विवि में नियम विरुद्व नियुक्तियों का यह खेल 2022 से चल रहा है. श्रम विभाग की प्रचलित दरों पर विवि में कंप्यूटर प्रोग्रामर, कनिष्ठ अभियंता, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर के एक-एक और तकनीकी सहायक के तीन पदों पर नियुक्ति करने के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है.श्रम विभाग के शासनादेश में स्पष्ट है कि न्यूनतम मजदूरी में कार्मिक रखने की सुविधा केवल उन्हीं संस्थाओं को मिलेगी, जो छात्रों से कोई फीस नहीं लेते हैं. न सरकार की ओर से अनुदान लेते हैं. श्रीदेव सुमन विवि सरकारी विवि है. विवि छात्रों से प्रवेश से लेकर परीक्षा शुल्क लेता है. सामाजिक कार्यकर्ता पुष्कर देव ने आरोप लगाया कि अपने चेहतों को विवि में नियुक्ति देने के लिए विवि ऐसा कर रहा है. कंप्यूटर प्रोग्रामर के पद पर नियुक्ति देने के लिए विवि तीन बार विज्ञापन प्रकाशित कर चुका है. लेकिन कंप्यूटर प्रोग्रामर पद पर विवि के अधिकारी जानबूझ कर स्थायी नियुक्ति नहीं कर रहे हैं.पुष्कर देव ने ये भी आरोप लगाया कि बिना पद सृजन और शासन की अनुमति के विवि कैसे नियुक्तियां कर रहा है, इसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उच्च शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने 30 मई को उच्च शिक्षा सचिव को मामले की जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है.वित्त अधिकारी नीलू वर्मा ने कहा कि मेडिकल अवकाश से मैं कुछ दिन पहले ही लौटी हूं. श्रम विभाग की प्रचलित दरों पर विवि में नियुक्तियां हो सकती हैं या नहीं इसकी स्पष्ट जानकारी मुझे नहीं है. पूरे तत्थ्यों को देखकर जानकारी दूगी.