कुमाऊं की लाइफ लाइन कही जाने वाली गौला नदी सहित अन्य नदियों से एक महीने बाद भी खनन का कार्य शुरू नहीं हो पाया है. खनन कार्य शुरू नहीं होने से खनन कारोबारियों में रोष है. वहीं खनन कारोबार शुरू ना होने से सरकार को भी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है.एक प्रदेश एक रॉयल्टी, सहित कई मांगों को लेकर खनन कार्य से जुड़े वाहन कारोबारियों ने खनन कार्य करने से हाथ खड़े कर दिए हैं. वन विभाग, जिला अधिकारी और खनन विभाग के बीच गुरुवार देर शाम तक खनन कार्य शुरू करने के लिए वार्ता हुई. लेकिन खनन कारोबारियों ने एक प्रदेश एक रॉयल्टी, वाहनों के ग्रीन टैक्स में छूट, जीपीएस लगाने के लिए निर्धारित दर, फिटनेस फीस की छूट सहित अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग को लेकर खनन कार्य करने से मना कर दिया. ऐसे में खनन कार्य शुरू नहीं होने से जहां खनन कारोबार से जुड़े लोगों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है, वहीं सरकार को भी भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है.