DevBhoomi Insider Desk • Sun, 27 Feb 2022 8:00 am IST
नई सरकार से देहरादून की उम्मीद, सुगम बनें पथ तो सरपट दौड़ेंगे उद्योग
देहरादून। यूं तो देहरादून जिले में उद्योग राज्य गठन से पहले स्थापित होने शुरू हो गए थे, लेकिन पिछले 22 सालों में जिस तरह इनकी संख्या में इजाफा हुआ उस गति से बुनियादी ढांचा खड़ा नहीं हो पाया। उद्यमी अपनी छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित उद्योग मित्र की बैठक की प्रतिक्षा करते हैं। ऐसे में उद्योगपतियों की प्रदेश में आने वाली नई सरकार से काफी उम्मीदें है। उनका कहना है कि अगर सरकार सेलाकुई, पटेलगनर, मोहब्बेवाला, विकासनगर, कालसी, आइटी पार्क जैसे औद्योगिक क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क, स्ट्रीट लाइट, ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था सुधारे और रियायत दरों पर औद्योगिक प्लाट आवंटित करे तो औद्योगिक विकास और अधिक तेजी से आगे बढ़ेगा। सरकार और विपक्षी दलों के बीच चुनाव के दौरान रोजगार जैसे ज्वलंत मुद्दे पर खूब जुबानी जंग छिड़ी, लेकिन यह सच है कि वर्ष 2000 में दून जिले में 618 उद्योग स्थापित थे, वहीं अंतरिक सरकार के दौरान दो वर्षों में यह आंकड़ा बढ़कर 1434 तक पहुंच गया। वर्ष 2002 में पहली नारायण दत्त तिवारी सरकार से उद्योगों को आकर्षित करने का सिलसिला प्रारंभ हुआ जो निरंतर आगे बढ़ता गया।