बिहार के पूर्णिया जिले के रानीपतरा निवासी किसान शशिभूषण सिंह ने पहली बार देसी तरीके से विदेशी सब्जी जुगनी लगाई और अच्छा उत्पादन खासा उत्पादन किया। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र से मिलकर उन्होंने इस विदेशी सब्जी को उगाने के तरीके सीखे और विज्ञान केंद्र की सहायता से ही उन्होंने बीज मंगवाया और बिल्कुल देसी तरीके और अन्य फसलों की तरह उसका उत्पादन किया।
शशिभूषण बताते हैं कि ये सब्जी खाने में काफी स्वादिष्ट होने के साथ ही विटामिन से भरपूर है। साथ ही इसका उत्पादन भी काफी अच्छा होता है। बाजार में इसकी अच्छी मांग है। उन्होंने बताया कि इसके एक पौधे से तकरीबन 5 से 6 किलो सब्जी निकलती हैं, जो 200 रुपये तक का मुनाफा देता हैं।
शशि भूषण सिंह बताते हैं कि उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ जाकर इस सब्जो की उगाने और इसके फायदे-नुकसान के बारे में जानकारी ली। इसके बाद बाजार की दुकानों से किसानों को विदेशी सब्जी जुगनी की बीज उपलब्ध करवाए। अब किसान बताते हैं कि इसके बीज को उन्होंने अपने खेतों में अपने तरीके से लगाया। आपको बता दें कि इस विदेशी सब्जी जुगनी की खेती पूर्णिया जिले के कई और किसान कर रहे हैं। वहीं किसान शशि भूषण सिंह को अब तक कई बार कृषि क्षेत्र में पुरस्कृत किया जा चुका है। उन्होंने अपने प्रयास से इस बार विदेशी सब्जी को पूर्णिया के धरती पर उगाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि इस विदेशी सब्जी को उन्होंने अपने खेत में 15 दिसंबर को लगाया गया था और अब उसे तोड़ा जा रहा है जो खुले बाजारों में 40 रुपया प्रति किलो में आसानी से बिक जाता है। शशि भूषण सिंह बताते हैं की खीरा की तरह दिखने वाली सब्जी जुगनी काफी स्वादिष्ट होती है। यह दो रंग में फलता है हरा और पीला। एक जुगुनी का वजन 1 किलो तक होता है।