चमोली : सुनाउं तल्ला गांव के 90 से अधिक परिवार एक माह से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। गांव को पेयजल आपूर्ति करने वाली एकमात्र पेयजल योजना पैनगढ़ गांव के ऊपर हो रहे भूस्खलन से योजना क्षतिग्रस्त हो चुकी है। लगातार भूस्खलन और खड़ी चट्टान के कारण अब यहां से दोबारा पानी की लाइन लाना संभव नहीं है। ऐसे में ग्रामीण पिंडर नदी का मटमैला पानी पीने के लिए मजबूर हैं।ग्राम प्रधान गीता देवी, सरपंच घनानंद पुरोहित, सामाजिक कार्यकर्ता सदानंद पुरोहित, किशन चंद्र पुरोहित, सुभाष पुरोहित, मुकेश पुरोहित, कमल किशोर, लक्ष्मी प्रसाद सुरेंद्र राम आदि का कहना है कि पेयजल के संबंध में जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों से शिकायत की फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। गांव के ग्रामीण पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। कहा कि इस बार पिंडर नदी में लगातार मलबा आया लेकिन मजबूरी में ग्रामीण यहीं से पानी लाने के लिए मजबूर हैं। कहा कि जल निगम ने जल जीवन मिशन के तहत अभी तक दूसरे चरण का कार्य शुरू नहीं किया है। पहले चरण में जल निगम ने सारे कनेक्शन जल संस्थान की लाइन से जोड़ दिए जिससे देवलग्वाड़ लाइन से जो थोड़ा बहुत पानी भी आता था अब वो भी नहीं आ रहा है।