वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट से उत्तराखंड को अपने कई महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्टों को लेकर उम्मीदें हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण टनकपुर बागेश्वर रेलवे लाइन है, जिसका 112 वर्ष से इंतजार किया जा रहा है। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के रेल प्रोजेक्ट को लेकर जिस तरह गंभीरता जाहिर की थी।
उससे उम्मीद है कि इस बार केंद्र सरकार टनकपुर-बागेश्वर प्रोजेक्ट पर निर्णय ले सकती है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी इसके लिए केंद्र सरकार से पैरवी कर चुके हैं। सामरिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण यह प्रोजेक्ट चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के विकास को पंख लगाने वाला माना जा रहा है।
1911 में शुरू हुआ था पहला सर्वेक्षण
154 किलोमीटर लंबा टनकपुर-बागेश्वर रेल प्रोजेक्ट कुमाऊं मंडल में शारदा और सरयू नदी के किनारे प्रस्तावित है। वर्ष 1911-12 में पहली बार अंग्रेजों ने इस प्रोजेक्ट पर सर्वे शुरू किया था। तब से इस लाइन पर इंतजार है। कुमाऊं