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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 1 Apr 2022 7:30 am IST


रूस यूक्रेन युद्ध से भारत में सूरजमुखी तेल की आपूर्ति में हो सकती है 25 प्रतिशत की कमी


यूक्रेन दुनिया का सबसे बड़ा सूरजमुखी उत्पादक है. लेकिन यूक्रेन में जारी युद्ध से अगले वित्त वर्ष में भारत में कच्चे सूरजमुखी तेल की आपूर्ति में कम से कम 25 प्रतिशत या 4-6 लाख टन की कमी होने की संभावना है। भारत में लगभग 70 प्रतिशत कच्चा सूरजमुखी तेल यूक्रेन से और लगभग 20 प्रतिशत रूस से आता है। रिफाइंड सूरजमुखी तेल सालाना 230-240 लाख टन खाद्य तेलों की देश की खपत का 10 प्रतिशत है और लगभग 60 प्रतिशत मांग आयात के माध्यम से पूरी की जाती है। देश की 22-23 लाख टन की वार्षिक कच्चे सूरजमुखी तेल की आवश्यकता का 90 प्रतिशत यूक्रेन (70 प्रतिशत), रूस (20 प्रतिशत) और शेष अर्जेंटीना और अन्य देशों से आता है। क्रिसिल ने कहा, रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण आपूर्ति बाधित होने से अगले वित्त वर्ष में भारत के लिए कम से कम 4-6 लाख टन कच्चे सूरजमुखी तेल की आपूर्ति में कमी आ सकती है।