पिथौरागढ़-आदिम जनजाति वनरावतों की जनंसख्या वर्तमान में सिर्फ 650 है , सदियों तक ये जनजाति सिर्फ जंगलों में ही रही। बीते कुछ दशकों से इस जनजाति के लोगों का मुख्यधारा के हल्का मिलना-जुलना हुआ है, लेकिन आज भी इनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। इनका वैक्सीनेशन भी नहीं हो पा रहा है।