बहुत सारे लोगों को सुबह के वक्त उठने में तकलीफ होती है। वजह है कमर का दर्द। कमर के निचले हिस्से में दर्द इतनी तेजी से उठता है कि बिस्तर से उठना मुश्किल हो जाता है। ज्यादातर इस दर्द का कारण रात को गलत पोजीशन में सोना है। जिसकी वजह से बैक पेन होने लगता है। वहीं कुछ लोगों को बिल्कुल सीधा सोने की आदत होती है। जिसकी वजह से कमर की हड्डियां अकड़ जाती हैं और उनमे दर्द होने लगता है। कमर में होने वाले दर्द से राहत दिलाने में तकिया आपकी मदद कर सकता है।
पैरों के बीच में तकिया लगाकर सोएं- हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों पैरों के बीच में तकिया फंसाकर एक करवट सोने से कमर के दर्द में राहत मिलती है। वहीं जो लोग नींद में पीठ को बिस्तर की तरफ करके सो जाते हैं। उन्हें इस पोजीशन में सोने से राहत मिलती है और वो एक करवट में सो पाते हैं। जिससे कमर दर्द की समस्या कम होती है। घुटनों के बीच में तकिया फंसाकर सोने से पेल्विस बिल्कुल न्यूट्रल रहता है और कमर को रात में इधर-उधर मोड़ने से रोकता है। जिससे आप एक करवट होकर सोते हैं और कमर के दर्द से बचाव होता है।
रात को घुटनों के बीच तकिया फंसाकर सोने से हेल्थ को ये फायदे मिलते हैं।
बैक और हिप के दर्द में आराम- दुनियाभर में करीब 23 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो क्रॉनिक बैक पेन से परेशान हैं। इस तकलीफ का सबसे सरल इलाज है सही पोजीशन में सोना क्योंकि गलत पोजीशन में सोने की वजह से ही कमर में दर्द ज्यादा होता है।
जब तकिया को दोनों घुटनों या जांघ के बीच में फंसाकर सोते हैं तो ये हिप और पेल्विस मसल्स को रिलैक्स करता है और रात को सोते समय मूवमेंट करने से रोकता है। जिससे मसल्स में बिना वजह खिंचाव नहीं होता है और दर्द होने से बचाव होता है।
सायटिका के दर्द में आराम- सायटिका होने पर कमर के साथ ही हिप और पैरों के ऊपरी हिस्से में दर्द होता है। ऐसे में सोते वक्त लोअर बैक और हिप को ट्विस्ट करने पर तेज दर्द उठता है और नर्व पर दबाव पड़ता है। घुटनों के बीच तकिया फंसाकर सोने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम पड़ता है और दर्द कम होता है।