प्रदेश सरकार के अनुपूरक बजट में मासिक वेतन की व्यवस्था न होने से आशाओं में आक्रोश है। कार्यकत्रियों ने कहा सरकार की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है। सीएम एक तरफ मासिक वेतन को लेकर आश्वासन देते हैं, वहीं दूसरी तरफ अनुपूरक बजट में आशाओं का कोई जिक्र तक नहीं होता। धामी सरकार में आशाओं की उपेक्षा लगातार जारी है। 24वें दिन भी आशाएं कार्य बहिष्कार पर डटी रहीं। जिला मुख्यालय से लेकर धारचूला, मुनस्यारी, डीडीहाट, थल, बेरीनाग, गंगोलीहाट, मुवानी सहित अन्य क्षेत्रों में आशा कार्यकत्रियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरना दिया।