यूरोपीय संघ ने 2035 से नई पेट्रोल और डीजल कारों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए एक कानून को लेकर समझौता किया है।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों के तेजी से विकास के साथ जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को तेज करना बताया जा रहा है। दरअसल, ये कानून 27 देशों के यूरोपीय संघ में पेट्रोल या डीजल से चलने वाली नई कारों की बिक्री पर रोक लगाएगा।
वहीं यूरोपीय संघ के देशों और यूरोपीय संसद के वार्ताकार में इस बात पर सहमति बनी है कि, कार निर्माता को 2035 तक CO2 उत्सर्जन में 100% कटौती हासिल करनी चाहिए। लेकिन चिंता की बात ये है कि, इस समझौते के बाद यूरोपीय देशों में जीवाश्म ईंधन से चलने वाले नए वाहनों को बेचना असंभव हो जाएगा।