श्रीनगर : दुनियाभर में लगातार बढ़ता वायु प्रदूषण सभी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. वायु में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसने स्वच्छ आबोहवा में भी जहर घोल दिया है और इसका मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है. चिंता की बात ये है कि उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल शहर में भी सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) का स्तर डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मानक से ज्यादा पाया गया है. विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) द्वारा फंडेड परियोजना के तहत वातावरणीय भौतिकी प्रयोगशाला, भौतिकी विभाग, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में सल्फर डाई ऑक्साइड (SO2) गैस पर ये शोध किया जा रहा है. इस रिसर्च को 29 अगस्त 2023 को ऑनलाइन पब्लिश किया गया है.दरअसल, हेमवती नंदन गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्याल के भौतिक विभाग के वैज्ञानिक काफी समय से श्रीनगर गढ़वाल में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) के स्तर पर स्टडी कर रहे हैं. इस दौरान देखने में आया है कि श्रीनगर गढ़वाल में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) का स्तर 17 माइक्रोग्राम घन मीटर तक पहुंच गया है, जो बड़ी चिंता का विषय है.