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DevBhoomi Insider Desk
• Sun, 6 Nov 2022 7:00 am IST


दो दिन मनाई जाएगी कार्तिक पूर्णिमा: सोमवार की शाम में करें दीपदान, मंगलवार को सुबह स्नान-दान


कार्तिक महीने की पूर्णिमा तिथि दो दिन यानी 7 और 8 नवंबर को रहेगी। इसी वजह से ये पर्व भी इस बार दो दिन मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि दीपदान की पूर्णिमा सोमवार को मनाई जानी चाहिए। वहीं, स्नान-दान अगले दिन सुबह साढ़े 8 बजे से पहले कर लेना चाहिए। इसके बाद चंद्र ग्रहण का सूतक शुरू हो जाएगा। वहीं, ग्रहण शाम को करीब साढ़े 4 बजे से शुरू होगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा। इसलिए इस दिन देव-दर्शन और पूजा-पाठ नहीं होंगे। देश में कुछ जगह आंशिक और कुछ जगह होने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण शाम 6 बजे तक खत्म हो जाएगा। इसके बाद मंदिरों को पवित्र कर के सफाई के साथ सूतक निकाला जाएगा।

7 नवंबर को दीपदान की पूर्णिमा
सोमवार, 7 नवंबर को पूर्णिमा तिथि शाम तकरीबन 4:40 पर शुरू हो जाएगी और अगले दिन तक रहेगी। इसलिए गोधुलि वेला और प्रदोष काल के दौरान पूर्णिमा तिथि होने से दीपदान इसी शाम को किया जाना चाहिए। पूर्णिमा का चंद्र दर्शन और पूजन भी इसी रात में करना शुभ रहेगा।

8 नवंबर को स्नान-दान
मंगलवार का सूर्योदय पूर्णिमा तिथि में होगा। इसके चलते तीर्थ स्नान और दान भी इसी दिन सुबह जल्दी किया जाना शुभ रहेगा। क्योंकि शाम को होने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक सुबह करीबन साढ़े 8 बजे से शुरू हो जाएगा। जो शाम को 6 बजे के बाद ग्रहण के साथ ही खत्म होगा।

पुण्य देने वाला पर्व है कार्तिक पूर्णिमा
कार्तिक महीने की पूर्णिमा में दीपदान और तीर्थ स्नान करने से जो पुण्य मिलता है वो अक्षय रहता है। यानी वो पुण्य फल कभी खत्म नहीं होता। उससे मिलने वाला लाभ लंबे समय तक रहता है। इस दिन दीपदान करने से पितर संतुष्ट होते हैं। साथ ही कई व्रतों का पुण्य मिलता है। इस पूर्णिमा तिथि में गंगा स्नान करने से पूरे साल तक गंगा स्नान करने जितना पुण्य फल मिलता है। वहीं, अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से जाने-अनजाने में हुए हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं।