वनाग्नि यानि वन की आग के आंकड़े हर दिन बढ़ते जा रहे हैं। इस आग से जान माल दोनों का ही नुक्सान हो रहा है। पिछले दिनों लगी आग ने भयावह स्थिति पैदा कर दी है। कुमाऊँ और गढ़वाल के जंगल धधक रहे हैं। जहाँ एक ओर अभी फायर सीजन की सिर्फ शुरुआत हुई है वहीँ दूसरी ओर अक्टूबर के माह से अब तक 1028 घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें 1359.83 हेक्टेयर क्षेत्र को नुक्सान पहुंचा है।
पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में वर्षा नहीं हुई है और मौसम शुष्क रहने की वजह से आग लगने की घटना में वृद्धि हुई है। कल ही राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी थी जिसमें उन्होंने एयर फाॅर्स के 2 हेलिकोप्टर की मांग की थी। गृह मंत्री अमित शाह ने 2 हेलीकाप्टर की मंजूरी दे दी थी। इनमें से एयर फाॅर्स के एक हेलीकाप्टर को श्रीनगर में स्टेशन किया गया है जो टिहरी झील से पानी उठाएगा। उत्तराखंड सरकार द्वारा वनों में लगी आग पर नियंत्रण के लिए हेलीकाॅप्टरों को आग बुझाने के कार्य में लगा दिया है। टिहरी में इंडियन एयर फाॅर्स के हेलीकॉप्टर द्वारा वनाग्नि नियंत्रण करने हेतू झील से पानी उठाने का कार्य हो रहा है।
आपको बता दें कि एयर फाॅर्स के इन हेलीकाप्टर में बोम्बी बकेट का इस्तमाल होता है। इस तकनीक से आग पर जल्दी से काबू पाया जा सकता है।