कोटद्वार: रक्तदान-महादान। रक्त की एक-एक बूंद जीवन के लिए कितनी उपयोगी होती है, प्रखंड रिखणीखाल के अंतर्गत ग्राम चपड़ेत निवासी संगीता देवी से बेहतर ही कोई जानता हो। बिजनौर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती संगीता के नवजात की प्लेटलेट्स लगातार गिर रही थी। बिजनौर में ए-पाजीटिव रक्त की व्यवस्था नहीं हो पाई तो उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कोटद्वार में गुहार लगाई। कोटद्वार निवासी दीपक तरूआ ने सोचने में समय बर्बाद किए बिना अपना वाहन लिया और 60 किमी की दूरी तयकर बिजनौर रक्तदान करने पहुंच गए।