घाड़ क्षेत्र के ग्राम जस्ववाला स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रात होते ही ग्रामीणों को इलाज नहीं मिल पाता है। क्षेत्र की आबादी लगातार बढ़ रही है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार नहीं होने से ग्रामीणों को इलाज के लिए जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तौर पर अपग्रेड करने की मांग उठाई है। कोटा मुरादनगर गांव में सरकार की ओर से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है। यहां पर चिकित्सकों और उनके सहयोगी स्टॉफ के रहने के लिए आवास भी बनाए गए हैं। लेकिन इन आवासों में कोई नहीं रहता। जिससे आवास खंडहर में तब्दील होते जा रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रात में कोई चिकित्सक या कर्मी भी नहीं रुकता है। ऐसे में रात में इलाज की सुविधा नहीं मिल पाती। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनने से यहां पर रात को भी चिकित्सा कर्मियों की तैनाती होगी तो क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। घाड़ क्षेत्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुभाष सैनी का कहना है कि घाड़ क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बहुत आवश्यकता है। ग्रामीण अरविंद सैनी, सुनीता देवी और राकेश चौधरी का कहना है कि क्षेत्र की लगातार आबादी बढ़ रही है। इसलिए पीएचसी को सीएचसी बनाना जरूरी है।