बागेश्वर: बागेश्वर जिले के किशोरों को पता नहीं किसकी नजर लग गई है। जून में गुरुवार को झटक्वाली की घटना के बाद इस माह डूबने वालों की संख्या सात हो गई है। इन घटनाओं में काल के गाल में समाने वाले सभी किशोर हैं। इससे तस्वीर साफ हो रही है कि किशोरों की बेपरवाही बढ़ रही है तो अभिभावक भी किशोरों को दिशा देने या उन पर निगाह रखने में असफल रहे हैं।एक जून को थाना बैजनाथ में दो किशोर नदी में नहाने गए और नदी ने उनकी जिंदगी छीन ली। ठीक तेरह दिन बाद ही कपकोट में गोगिना गांव में बिर्थी गधेरे ने चार किशोरों की जिंदगी खत्म हो गई। इधर, गुरुवार को बागेश्वर कोतवाली अंतर्गत झटक्वाली में एक किशोर नदी में नहाने के दौरान काल के मुह में समा गया। एक माह में तीन घटनाएं और सात के मारे जाने की घटना से साफ हो गया है कि अभिभावकों द्वारा भी इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, साथ ही किशोर भी जानकारी और उचित मार्गदर्शन के अभाव में किसी अनहोनी घटना से अंजान होकर स्टंट भी कर रहे हैं। इससे उनके घरों के चिराग बुझ रहे हैं और उनको जान से हाथ धोना पड़ रहा है।