रुद्रप्रयाग: कोट बांगर में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा में बदरीनाथ व्यासपीठ से अलंकृत चारधाम विकास परिषद् के उपाध्यक्ष रहे आचार्य पं.शिव प्रसाद ममगाईं ने कहा कि जरुरतमंदों की सेवा करना ही अच्छे कर्म की श्रेणी में सम्मिलित है जबकि झूठ, धोखा और दूसरे को कष्ट आदि पंहुचाना बूरे कर्मों में आता है। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर जो कोई कष्ट या विपत्ति आती है, वह हमारे द्वारा किये गए पूर्व जन्मों का फल है,हमें जो कुछ भी मिलता है कर्मों से ही मिलता है।