टिहरी: सड़कों, पार्कों, फुटपाथ पर लगने वाली इंटरलॉकिंग टाइल्स के लिए अब ऋषिकेश, देहरादून के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी. जल्द ही जाखणीधार ब्लॉक के मंदार गांव में स्थानीय महिलाएं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से इंटरलॉकिंग टाइल्स का निर्माण शुरू करेंगी. इसके लिए गांव में मशीन और प्लेट्स स्थापित की जा रही हैं. इस माह के अंत तक यह योजना शुरू हो जाएगी.जनसंख्या की दृष्टि से टिहरी जिले का सबसे बड़ा गांव मंदार मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना में चिन्हित है. इस गांव में लोगों की आमद को देखते हुए पालायन रोकने के लिए सरकार कई विभागों का समन्वय बनाकर योजनाएं चला रही है. उक्त योजना और राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत भी गांव में इंटरलॉकिंग टाइल्स निर्माण के लिए मशीन और टिनशेड तैयार किया गया है. करीब 6 लाख की लागत से टाइल्स बनाने की मशीन क्रय की गई है. कम्युनिटी इनवेस्टमेंट फंड और स्वयं सहायता समूह की सीसीएल से भवन निर्माण किया गया है.