पूर्वांचल के नागरिकों की लोक आस्था व सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा को लेकर तीर्थनगरी में श्रद्धालुओं में जोरदार उत्साह रहा।
बुधवार को छठ के पारंपरिक लोक गीतों हमहूं अरघिया देबे हे छठी मइया.., हम्मे तो ने जैबे कोने घाट.., हे छठी मइया.., शोभे ला घाट छठी माई के.., छठी माइ के लागल दरबार.. के साथ व्रती महिलाओं ने तीर्थनगरी के गंगा घाटों पर अस्तांचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य चढ़ाया। गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रती अन्न जल ग्रहण कर महाव्रत का पारण करेंगी।