वेतन और नौकरी बहाली की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मी विभागीय अनदेखी से परेशान हैं। प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। चार महीने की नौकरी के बाद वेतन न मिलने से कर्मी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। मंगलवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मी टकाना स्थित रामलीला मैदान में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कर्मियों ने कहा कोरोना काल में अपना काम निकालकर विभाग ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कहा चार माह तक निरंतर अपना दायित्व का निर्वाह किया, लेकिन उनकी मेहनताना से भी उन्हें वंचित कर दिया गया है। इससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कर्मियों ने विभाग से एनएचएम या टीएनएम में समायोजित करने, कोविड में 100 दिन कार्य करने वाले कर्मियों को हटाने और वेतन में 28 फीसदी कटौती न करने की मांग की है। कर्मियों ने कहा अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।