कोरोना वायरस से बचने के लिए वैक्सीन की कमी अब नासूर बन चुकी है। महाराष्ट्र और दिल्ली सरकार को पर्याप्त वैक्सीन न होने की वजह से टीकाकरण केंद्रों को अस्थायी तौर पर बंद करना पड़ा है। वहीं युवाओं के साथ उन लोगों का टीकाकरण भी अधर में रह गया है जिन्हें दूसरी खुराक लगना आवश्यक है। हालांकि वैक्सीन के भंडारण पर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है लेकिन इनसब के बीच आम लोगों का गुस्सा काफी बढ़ता जा रहा है। रविवार को दिल्ली के लक्ष्मी नगर निवासी 30 वर्षीय तुषार शर्मा ने बताया कि सरकारी सिस्टम पूरी तरह से बेकार हो चुका है। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, बाजार में दवाएं, प्लाज्मा और अब वैक्सीन के लिए भी धक्के खाने पड़ रहे हैं। वहीं 31 वर्षीय शैफाली लांबा का कहना है कि वह 20 दिन से कोविन वेबसाइट पर अपने पंजीयन का इंतजार कर रही हैं लेकिन अब तक उन्हें मौका नहीं मिल पाया।