देहरादून/रुद्रप्रयाग : खादी और ग्रामोद्योग आयोग की ओर से मंगलवार को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के संबंध में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहीं। रूद्रप्रयाग के बोरा दुर्गाधार में आयोजित इस जागरुकता शिविर में तीन ग्राम सभाओं- बावई, बोरा, एवं मायाकोटी के ग्रामीणो ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सहायक निदेशक बी.एस. कण्डारी द्वारा योजना की जानकारी दी गई। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनका विभाग जिला उद्योग केन्द्र एवं जिला ग्रामोद्योग कार्यालय एवं बैंको के सहयोग से पीएमईजीपी योजना को उत्तराखण्ड राज्य के सभी जनपदों में संचालित की जा रही है। इसके माध्यम से बेरोजगार युवा-युवतियों को स्वयं के छोटे-छोटे उद्योग स्थापित कर स्वरोजगार के स्वर्णिम अवसर प्रदान किया जा रहा है। शिविर में बताया गया की इस योजना में अधिकतम 50लाख तक का उद्योग स्थापित किया जा सकता है,जिसके लिए विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्र के सभी वर्गों के लिए 35% अनुदान उनके विभाग द्वारा दिया जाता है तथा यह योजना सरलता से बेरोजगार युवाओं तक पहुंचे, उसके लिए आवेदन ऑनलाइन करने का प्रावधान है तथा आवेदन करने की तिथि से 56 दिनों के भीतर जिसमें 30 दिनों के भीतर बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृत करने की समयसीमा है। इतना ही नही बैंकों द्वारा ऋण की प्रथम किस्त निर्गत करने पर 35% अनुदान उनके विभाग द्वारा प्रारम्भ में ही उद्यमी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। जागरूकता कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती शैला रानी रावत क्षेत्रीय विधायक केदारक्षेत्र ने जागरूकता शिविर में उपस्थित क्षेत्र के सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया कि आजादी के अमृत महोत्सव के स्वर्णिम काल में भारत सरकार की यह योजना पर्वतीय क्षेत्र के बेरोजगार युवा-युवतियों को अपने ही क्षेत्र में स्वयं का उद्योग स्थापित कर स्वरोजगार के साथ साथ अन्य लोगों को भी रोजगार का अवसर प्रदान करती है।