4.50 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने आरोपी को यूपी से किया अरेस्ट, जमीन के फर्जी दस्तावेजों से किया था 'खेल'
थाना क्लेमेंटाउन पुलिस ने जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर 4.50 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के फरार आरोपी को मेरठ से गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है. इसके अलावा आरोपी के खिलाफ मेरठ में चेक बाउंस 138 एनआईएक्ट के 7 केस चल रहे हैं. जिसमें 2 मामलों में आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हो चुके हैं.बयाने के रूप में दिए गए थे 25 लाख: 17 मई 2023 को अशोक अग्रवाल निवासी लक्ष्मण झूला जिला पौड़ी द्वारा थाना क्लेमेंनटाउन में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उनके परिचित विजय कुमार गुप्ता और राधावल्लभ गुप्ता ने पीड़ित को क्लेमनटाउन में मुख्य सहारनपुर रोड पर एक जमीन दिखाई और बताया कि जमीन बिक्री के लिए है. इन दोनों व्यक्तियों ने यह भी बताया कि जमीन डील हम करा देंगे,इसलिए जमीन की डील 11.50 करोड़ में तय की गई और 1 दिसंबर 2022 को 25 लाख बयाने के रूप में समीर कामयाब के खाते में ट्रांसफर किए गए और 5 लाख रोहित पांडे को नगद दिए गए, क्योंकि रोहित पांडे द्वारा बताया गया था कि संपत्ति फातिमा बेगम के नाम है और समीर कामयाब फातिमा का बेटा है.14 फरवरी 2023 को रजिस्ट्री करवाई टाइप: जमीन का मुआयना कराते समय उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री के लिए फोटो खिंचवाई, जिसके बाद वह सभी लोग पीड़ित को वकील सहगल के पास उनके चेंबर में ले गए. वकील द्वारा पीड़ित को जमीन से संबंधित सभी कागज दिखाएं और बताया कि कागज सब सही हैं. आप जमीन खरीद लो. जिसके बाद पीड़ित ने दिनांक 14 फरवरी 2023 को रजिस्ट्री टाइप करवाई और दिनांक 15 फरवरी को समीर कामयाब द्वारा पीड़ित के नाम रजिस्ट्री कराई गई. पीड़ित द्वारा समीर कामयाब के खाते में कुल 2 करोड़ 40 लाख और 1 करोड़ 85 लाख रुपए कांग्रेस नेता विजय सारस्वत और रोहित पांडे को नगद दिए गए, जबकि बाकी पीड़ित द्वारा जमीन पर कब्जा होने के बाद देना तय हुआ.