खेल डेस्क: भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली पहलवान संगीता फोगाट ने हंगरी में हो रहे रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता है। साथ ही उन्होंने ये पदक दुनिया की संघर्षशील महिलाओं को समर्पित किया है। बता दें कि संगीता ने 59 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया।
संयुक्त राज्य अमेरिका की जेनिफर पेज रोजर्स से करारी हार के साथ अपने अभियान की शुरुआत करने के बाद रेपेचेज राउंड के माध्यम से सेमीफाइनल में पहुंची थीं। उन्होंने तीसरे दौर में एक अन्य अमेरिकी पहलवान ब्रेंडा ओलिविया रेयना को तकनीकी श्रेष्ठता (वीएसयू1) से जीत हासिल कर, 12-2 से हराकर वापसी की थी। वह सेमीफाइनल हार गईं लेकिन हंगरी की युवा पहलवान विक्टोरिया बोरसोस के खिलाफ कांस्य पदक के प्लेऑफ में 6-2 से जीत दर्ज करने में सफल रहीं. संगीता ने पिछले साल 62 किग्रा वर्ग में नेशनल चैंपियनशिप में जीती थीं।
मेडल संघर्षशील महिलाओं को किया समर्पित
ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद संगीता ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘आप सभी के बधाई के संदेश मुझ तक पहुंच रहे हैं, इस पल पर बहुत भावुक हूं। आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया। यह मेडल सिर्फ मेरा नहीं है, आप सभी का मेडल है। मैं इस मेडल को दुनिया की उन सभी संघर्षशील महिलाओं को समर्पित करती हूं, जो महिलाओं के विरुद्ध हुए अपराधों के खिलाफ संघर्षरत हैं। जय हिन्द।
विनेश फोगाट ने नाम वापस लिया
इससे पहले विनेश फोगाट ने मुकाबले से अंत समय में अपना नाम वापस ले लिया था। विनेश फीवर और फूड प्वॉइजनिंग का हवाला देते हुए रैंकिंग सीरीज से हट गईं। यह टूर्नामेंट में एशियाड के ट्रायल्स से पहले उन खिलाड़ियों की फिटनेस का आकलन करने के लिए बेहतरीन मंच है जिन्होंने धरना प्रदर्शन के दौरान अपना कीमती समय गंवाया और ट्रेनिंग व मुकाबले से दूर रहे।