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• Thu, 15 Apr 2021 5:48 pm IST


ढोल-दमाऊं के साथ गूंजे माता के जयकारे


पौड़ी-सिद्धपीठ चंद्रबदनी मंदिर में चैत्र नवरात्र के पहले दिन ढोल-दमाऊं और रंणसिंघा के साथ ही माता के जयकारे गूंज उठे। इस मौके पर दूर दराज क्षेत्रों और विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे माता के भक्तों की ओर से लाए गए जौ की हरियाली डाली गई, जिसके बाद नौरता मंडाण का शुभारंभ किया गया।
मंगलवार को प्रभु सेवा संस्था ऋषिकेश की ओर से चंद्रबदनी मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया, जिसके बाद स्थापित भुवनेश्वरी चक्र व मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई। मंदिर के पुजारी पंडित शिवप्रसाद भट्ट व पुरोहित आशीष सेमल्टी द्वारा श्रद्धालुओं के साथ माता की पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर पुजार गांव निवासी ढोल वादक रमेश, प्रेम दास, रतन दास, संजू दास व रणसिघा वादक गुड्डू दास ने देवी जागरों से नौरत्ता मंडाण का शुभारंभ किया। मंदिर समिति के प्रबंधक डीपी भट्ट ने बताया कि कोरोना काल के चलते मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं पर रोक लगाई गई है।