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• Mon, 22 Feb 2021 7:42 am IST


जल स्रोतों के संरक्षण का जायजा लेने पहुंची टीम


पौड़ी- हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि एवं जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान की ओर से जल स्रोतों के संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन विशेषज्ञों की टीम गोस्तु गाड़, कफोली एवं पैडुल पहुंची। टीम ने यहां जल संरक्षण के लिए किए गए कार्यों का जायजा लिया। लोस्तु गाड़ जलागम समिति के उपाध्यक्ष जगमोहन सिंह रावत ने भ्रमण पर पहुंची टीम को बताया कि डालियों का दगड्या संगठन के माध्यम से क्षेत्र में पानी के जल स्रोतों में वृद्धि हुई है। परिणाम स्वरूप किसानों की आय भी बढ़ी है। समिति के वरिष्ठ सदस्य कै. महावीर सिंह रावत ने कहा कि डीकेडी संस्था द्वारा नाबार्ड के सहयोग से क्षेत्र में महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। इसके साथ ही ग्रामीणों को पशुपालन और मसाला उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया है। जबकि मृदा संरक्षण संरचना निर्माण, जल संरक्षण संरचना निर्माण, फल पौध एवं मिश्रित वन प्रजाति के पौधों के रोपण के व मशरूम उत्पादन, अचार, जैम, जैली का प्रशिक्षण तथा उन्नत किस्म के बीजों का वितरण कार्य किया जा रहा है। गोस्तु गाड़ जलागम परियोजना के सचिव दयाल सिंह राणा द्वारा गजेली सौड़ में किए गए कार्यों का निरीक्षण भी किया गया। मौके पर भूगोल विभाग के प्रो. मोहन सिंह पंवार, जीबी पंत इंस्टीट्यूट के प्रभारी वैज्ञानिक डा. शौकीन तरफदार , डा. अरविंद दरमोड़ा, डा. वंदना थपलियाल, कैलाश चंद्र, आशाराम ममगाई आदि मौजूद थे।