काशीपुर। बेटी के प्रेम और उसके बाद प्रेम विवाह से नाराज बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद कुमार गौतम ने कामिनी को उसके प्रेमी से दूर करने के लिए कई हथकंडे अपनाए लेकिन वह कामिनी को उसके प्यार से दूर नहीं कर पाया। इसके बाद गुस्साए विनोद ने कामिनी की प्रेम कहानी का पूरी तरह से अंत करने के लिए उसे और प्रशांत को गोली मारी लेकिन तब भी बेटी की प्रेम कहानी का अंत नहीं कर सका।
बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद कुमार गौतम बेटी के प्रेम विवाह से काफी हद तक नाराज था लेकिन शुरुआती दौर में उसने बेटी को मारने की कोई योजना नहीं बनाई थी। बेटी के शादी करने के बाद भी विनोद चाहता था कि उसकी बेटी प्रशांत को छोड़कर घर लौट आए। जबकि प्रशांत और कामिनी एक दूसरे से अलग नहीं होना चाहते थे। विनोद ने कामिनी को वापस लाने के लिए अपने रिश्तेदारों के साथ ही पंचायत का भी सहारा लिया लेकिन हर योजना में विफल रहा। इससे विनोद को अपनी प्रतिष्ठा धूमिल होने का भी दुख भी था। जिस कारण उसके मन में एक गुस्से ने भी घर कर लिया। इसी गुस्से को लेकर शुक्रवार रात विनोद प्रशांत के घर पहुंचा और उसने कामिनी और प्रशांत को मौत के घाट उतारने के उद्देश्य से उन पर गोलियां चला दी। इस दौरान विनोद ने कामिनी और प्रशांत को दो- दो गोली मारी लेकिन दोनों के प्यार ने उन्हें बचा लिया। टांडा थाना प्रभारी माधव सिंह बिष्ट ने बताया कि कामिनी और प्रशांत को दो- दो गोली मारी गई थी। उसके बाद भी दोनों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है।