बागेश्वर : उत्तरायणी मेला बागेश्वर की पहचान है। मेले को भव्य बनाने में सभी को अपना योगदान देना चाहिए। बृहस्पतिवार को जिला कार्यालय सभागार में उत्तरायणी मेले की तैयारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम अनुराधा पाल ने यह बात कही।डीएम ने कहा कि मेले के दौरान बागनाथ मंदिर की पुष्पों से सजावट की जाएगी। मंदिर परिसर के आस-पास के भवनों और पुलों को विद्युत मालाओं से सजाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले में स्थानीय कलाकारों और पारंपरिक विधाओं को उभारने का भरपूर मौका मिलेगा। झोड़ा, चांचरी, छपेली, स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी जाएगी। सभी सरकारी महकमे नुमाइशखेत मैदान में स्टाल लगाएंगे।डीएम ने ईओ नगरपालिका, ईई लोनिवि, सिंचाई और एनएच को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों, नालियों, गलियों, मेला क्षेत्र ,नदी तट, घाटों, मदिरों की पर्याप्त सफाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने मोबाइल शौचालय का भी सुझाव दिया। मेला अवधि में आवागमन के लिए सरयू और गोमती नदी में दो अस्थायी पुलों का निर्माण होगा।