उत्तराखंड हाईकोर्ट की ओर से चारधाम यात्रा पर लगी पाबंदियां हटाए जाने से चौतरफा खुशी का माहौल है। तमाम होटल कारोबारियों, तीर्थपुरोहितों, हकहकूधारियों और यात्रा से जुड़े तमाम छोटे-बड़े दुकानदारों में यात्रा से होने वाली आमदनी को लेकर उम्मीद जगी है। उधर, बदरीनाथ धाम में स्थानीय निवासियों और हकहकूकधारियों ने विजय जुलूस निकालकर खुशी जाहिर की। बदरीनाथ के प्रमुख संत धर्मराज भारती उर्फ मौनी बाबा ने कहा कि भक्तों को भगवान के दर्शन से रोकना धर्मसम्मत नहीं था। हाईकोर्ट का फैसला धर्महित, जनहित व न्यायहित में है।श्री केदानाथ होटल आनर्स एसोसिएशन, घोड़ा-खच्चर संगठन और व्यापारियों ने चारधाम दर्शन के लिए यात्रियों की सीमा को समाप्त करने के आदेश को न्यायालय का उचित कदम बताया है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गास्वामी व सचिव नितिन जमलोकी ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश का सभी केदारघाटी के व्यापारी स्वागत करते हैं। तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि इस फैसले से यात्रा मार्ग से जुड़े व्यापारियों और मजदूरों को लाभ मिलेगा। केदारनाथ व्यापार संघ के अध्यक्ष महेश बगवाड़ी ने कहा कि केदारनाथ के लिए यात्रियों की पाबंदी लगाने से हजारों किलोमीटर आने के बाद यात्री बिना दर्शन के ही लौट जा रहे थे, जो उचित नहीं था। यह फैसला उन सभी भक्तों के लिए भी सही है, जिनकी रोजी रोटी चारधाम यात्रा पर ही निर्भर है। केदार सभा के महासचिव कुबेरनाथ पोस्ती ने भी न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है।