DevBhoomi Insider Desk • Fri, 4 Mar 2022 8:30 am IST
उत्तराखंड में मौसम की मार से टमाटर और मटर की फसल को नुकसान
देहरादून : काश्तकारों की उम्मीदों पर मौसम पानी फेर रहा है। उत्तराखंड में फरवरी के अंतिम पखवाड़े में बारिश-बर्फबारी के साथ हुई ओलावृष्टि ने फल व सब्जी की फसल को नष्ट कर दिया है। साथ ही तेज हवा के थपेड़ों ने फूल-पत्तियों को नुकसान पहुंचाया है। उत्तराखंड में पर्वतीय जिलों में इन दिनों मटर-टमाटर, हरी सब्जी आदि बड़ी मात्रा में पैदा हो रही है। लेकिन मौसम की मार से फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है। बीते दिनों प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में अंधड़ के साथ ओले पडऩे से फल व सब्जी की फसल को खासा नुकसान हुआ है। प्रदेश में सामान्यत: इस समय करीब 100 से 150 क्विंटल टमाटर प्रतिदिन मंडियों में पहुंचता है। जबकि 50 से 80 क्विंटल मटर और बड़ी मात्रा में हरी सब्जियां, अदरक, लहसुन, अरबी और आलू भी बाजार में पहुंचता है। लेकिन खेतों में खड़ी फसलों को बाजार तक पहुंचाने से पहले ही किसान मौसम की मार झेल रहा है। जौनसार-बावर के किसान राजेंद्र चौहान का कहना है कि टमाटर और मटर के दानों को ओलावृष्टि ने नुकसान पहुंचाया है। उनकी करीब 15 बीघा के खेतों में इस समय कई तहर की सब्जियां उगी हैं। अचानक हो रही ओलावृष्टि के कारण सब्जियां खेतों में ही खराब हो रही है। पेड़ों पर लगे सेब, अनार और पुलम पर भी प्रतिकूल असर हुआ है। फसलों को हुए नुकसान ने किसानों और बागवानों को चिंता में डाल दिया है।