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• Fri, 26 Apr 2024 5:11 pm IST


वनाग्नि से अब तक 53.48 वन क्षेत्र को नुकसान


टिहरी : उप प्रभागीय वनाधिकारी राखी जुयाल ने कहा कि जनपद में वनाग्नि नियंत्रण को फायर व रेवेन्यू विभाग से मिलकर काम किया जा रहा है। विभाग का पूरा प्रयास है कि वनाग्नि से कम से कम नुकसान हो।
वनाग्नि की घटनाओं को लेकर पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि सुखे की स्थिति होने से वनाग्नि की घटनाओं की अभी बढ़ने की आशंका है। मानूसन तक विभाग के सभी कर्मियों को वनाग्नि को लेकर अलर्ट रहने के आदेश दिए गये हैं। वनों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने की हिदायत दी गई है। उन्होंने वनाग्नि रोकथाम में रोकथाम में सभी से अपील करते हुए बताया कि जनपद के सभी तीन वन डिवीजनों के तहत 80 आग की घटनायें घटित हुई हैं। जिनमें आरक्षित क्षेत्र में 34 व सिविल क्षेत्र में 48 घटनायें घटित हुई हैं। जिसमें 53.48 वन भूमि को को नुकसान पहुंचा है। जीओ के अनुसार अब तक कुल 86 हजार 75 रुपये का नुकसान का आकलन किया गया है। वनाग्नि रोकथाम को टिहरी डिवीजन में 50 क्रूस्टेशन और पूरे जनपद में 180 क्रूस्टेशन स्थापित किए गये हैं। प्रत्येक क्रू स्टेशन पर 2 से तीन फायर वाचरों को नियुक्त किया गया है। आग की घटना बढ़ने पर रेंज अधिकारियों को फायर वाचरों को बढ़ाने के भी निर्देश दिए गये हैं।