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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 27 Dec 2022 8:00 am IST

जन-समस्या

ओमिक्रॉन से भी ज्यादा तबाही मचाएगा वैरिएंट! वैज्ञानिकों ने जताई इस खतरे की आंशका


नई दिल्‍ली: चीन में कोरोना संक्रमण से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। सामने आ रहे आंकड़ों के अनुसार, चीन में BF.7 वैरिएंट तबाही मचा रहा है जिस कारण प्रतिदिन लाखों मामले सामने आ रहे हैं। चीन के हालात देखते हुए दूसरे देशों में भी चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि पहले भी चीन के बाद ही दुनिया भर में संक्रमण फैला था।

हाल ही में कुछ वैज्ञानिकों ने इस बात पर जोर दिया है कि हर नया संक्रमण कोरोना के म्यूटेशन में मदद कर सकता है, जिससे नए वैरिएंट सामने आ सकते हैं और वे अधिक खतरनाक हो सकते हैं। अगर वायरस का म्यूटेशन हुआ तो और भी तबाही मच सकती है।

नए वैरिएंट के पैदा होने का डर और ज्‍यादा

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के इंफेक्शन डिसीज एक्सपर्ट डॉ. स्टुअर्ट कैंपबेल रे ने ब्लूमबर्ग के हवाले से कहा कि कोविड का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की तरह हो सकता हैस्ट्रेन का कॉम्बिनेशन हो सकता है या पूरी तरह अलग भी हो सकता है। चीन की आबादी बहुत बड़ी है और बहुत कम लोगों में कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी बनी है। इस माहौल में नए वैरिएंट के पैदा होने का डर और अधिक है।

डॉ. स्टुअर्ट ने आगे बताया कि हर नया इंफेक्शन कोविड को म्यूटेशन के लिए नया मौका देता है। चीन की आबादी 1.4 अरब है तो वहां कोरोना तेजी से फैल सकता है, क्योंकि वहां 'जीरो-कोविड' पॉलिसी लगभग समाप्‍त हो चुकी है। चीन के लोगों में इम्यूनिटी भी कम हो गई है तो इस वायरस को म्यूटेट होने में मदद मिल सकती है। उन्‍होंने कहा कि जब-जब भी कोरोना की खतरनाक लहरें आई हैं, तब-तब हमने नए वैरिएंट को पैदा होते देखा है। वायरस एक बॉक्सर की तरह है, जो विरोधी से बचने के लिए खुद को लगातार विकसित करता रहता है।

कम खतरनाक नहीं हुआ वायरस

डॉ. स्टुअर्ट ने आगे कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में बीते छह से 12 महीनों में हमने जो कोरोना संक्रमण का असर हल्का होता हुआ देखा है वह या तो वैक्सीनेशन के कारण है या फिर संक्रमण के खिलाफ मजबूत इम्यूनिटी के कारण। ना कि इसलिए कि वायरस पहले से कम खतरनाक हो गया है।

वहीं, कोलंबस की ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में वायरस की स्टडी करने वाले डॉ. शान-लू लियू ने कहा कि चीन में कई ओमिक्रॉन वैरिएंट्स के बारे में पता चला है जिनमें हालिया तबाही मचाने वाला BF.7 भी शामिल है। भारत के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में वायरस स्टडी करने वाले डॉ. गगनदीप कांग ने कहा कि देखना होगा यह वायरस चीन में उसी पैटर्न से दोबारा फैलेगा, जैसा बाकी के देशों में फैला है या फिर कोई नया पैटर्न सामने आएगा।

भारत में वायरस से लड़ने की स्थिति मजबूत

इसके अलावा दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पल्मोनरी मेडिसिन के एचओडी डॉ. नीरज कुमार गुप्ता ने कहा है कि गणितीय गणना के आधार पर हम चीन में 10 करोड़ के करीब कोविड मामले, 50 लाख लोग अस्‍पताल में भर्ती और 10 लाख लोगों की मौत की आशंका जता रहे हैं, जो एक बड़ी संख्या है। चीन अभी उसी स्थिति में है, जैसा भारत पहले था, लेकिन भारत अब वायरस से लड़ने में मजबूत स्थिति में है।